खंडवा। ऑटो चालक स्कू ली बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। बेपरवाह ऑटो चालकों ने इंदौर रोड पर मासूम बालिका की मौत से भी सबक नहीं लिया है। इंदौर रोड पर सोमवार को स्कू ली बच्चों से ओवर लोड ऑटो दौड़ते रहे। आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस लापरवाही से ऑटो चालकों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
इंदौर रोड पर दुर्घटना में कक्षा तीसरी की छात्रा की मौत को करीब 24 दिन हो गए हैं। इन 24 दिनों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर रत्तीभर भी बदलाव नजर नहीं आ रहा है। अब भी ऑटो से आवाजाही करने वाले स्कू ल के बच्चों की जान खतरे में बनी हुई है। सीधे तौर पर बच्चों की सुरक्षा में लापरवाही बरती जा रही है। ऑटो चालक एक और जहां ओवर लोडिंग कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ आरटीओ और परिवहन विभाग ने भी कार्रवाई के नाम पर मौन साध रखा है। इसका फायदा ऑटो चालक उठा रहे हैं।
सोमवार को इंदौर रोड पर स्थित स्कू लों के बच्चों का आवागमन कर रहे ऑटो चालकों ने ओवर लोडिंग की। एक ऑटो में 14 से अधिक बच्चे बैठे हुए मिले। एक ऑटो चालक ने तो हद ही पार कर दी। उसने अपनी सीट के दोनों तरफ भी बच्चों को बैठा लिया। इसी तरह से एक ऑटो ऐसा भी नजर आया, जिसमें ऑटो चालक के पास एक तरफ बच्चे थे, तो दूसरी तरफ एक व्यक्ति उसके पास बैठा था। ऑटो के पीछे भी बच्चे जैसे-तैसे बैठे रहे। इस तरह के दर्जनों ऑटो यहां से बेधड़क निकलते रहे। ट्रैफिक डीएसपी संतोष कोल ने बताया कि ऑटो चालकों को समझाइश दी गई थी। अगर वे फिर से ओवर लोडिंग करने लगे हैं तो ऐसे ऑटो चालकों पर कार्रवाई की जाएगी।
नहीं हो रहा नियमों का पालन
शहर में अधिकांश ऑटो नियमों के विरुद्ध चल रहे हैं। कि सी के पास बीमा और फिटेनस नहीं है तो कोई बिना लाइसेंस के ही ऑटो दौड़ा रहा है। 11 अक्टूबर को दर्दनाक हादसे में घासपुरा निवासी उम्मेएमन पिता कु तुबुद्दीन कि ताबवाला (8) की मौत के बाद लग रहा था कि प्रशासन इससे सबब लेगा लेकि न कु छ ही दिनों तक पुलिस द्वारा सख्ती बरती गई। अब फिर से वही स्थिति हो गई है। ऑटो चालक क्षमता से कई अधिक बच्चे लाद रहे हैं। बैग रखने के लिए भी व्यवस्था नहीं की गई है।